संविधान की हत्या तब हुई जब इंदिरा ने लगाया था आपातकाल : टंडन

संविधान की हत्या तब हुई जब इंदिरा ने लगाया था आपातकाल : टंडन

Constitution was Murdered

Constitution was Murdered

राजनैतिक स्वार्थ के चलते इंदिरा ने लगाया था आपातकाल : टंडन 
आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया भाजपा ने, 
मूक प्रदर्शन का नेत्रित्व किया संजय टंडन ने |

चंडीगढ़ 25 जून, 2024: Constitution was Murdered: “लोकतंत्र की निर्मम हत्या करने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता आज जब संविधान के खतरे की बात करते हैं उनको ये समरण करना चाहिए कि संविधान की हत्या तो वास्तव में तब हुई थी जब उनकी पार्टी की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने राजनैतिक स्वार्थ के चलते आज ही के दिन वर्ष 1975 में देश में आपातकाल की घोषणा की | ये वास्तव में सभी देशवासियों के लिए काला दिवस था | “ ये बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी संजय टंडन ने आज पार्टी के जिला रानी लक्ष्मी बाई द्वारा आयोजित मूक रोष प्रदर्शन के दौरान कही | 

कार्यक्रम की जानकारी प्रदान करते हुए पूर्व मीडिया प्रभारी रविन्द्र पठानिया ने बताया कि जिला के सभी कार्यकर्ता संजय टंडन के नेतृत्व में बैनर आदि लेकर आपातकाल वाले दिवस को काला दिवस के रूप में मनाते हुए दिखे | कार्यकर्ताओं ने सेक्टर 30 से रोष मार्च शुरू किया और सेक्टर 29 में इसे समाप्त किया | 

उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए टंडन ने कहा कि कितनी विचित्र विडंबना है कि कांग्रेस पार्टी जो संविधान को खतरे की बात करती है दरअसल उनकी पार्टी की शीर्ष नेता स्व इंदिरा गांधी के चुनाव को जब इलाहबाद की अदालत ने निरस्त किया तो ऐसे में विपक्षी दलों के नेताओं और जो भी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बोल रहे थे , उन लोगों की आवाज को दबाने के लिए तब उन्होंने आपातकाल को लगाया और हजारो लोगों ने लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी जान तक दे दी | कांग्रेस पार्टी ने उस समय लोगों को जेलों में भरना शुरू किया | तमाम प्रकार की यातनाएं दी गयी | लोगों पर मीसा लगा कर प्रताड़ित किया जाने लगा | जेल में जिनको बंद किया गया उनके परिवारों को भी यातनाये दी गयी | 

उन्होंने कहा कि इस दौरान उनके पिता स्व बलराम जी दास टंडन को भी 19 माह जेल में डाला गया | उनपर मीसा एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही की गयी | परिवार उनके साथ तटस्थ रहा और पिता जी को तोड़ने में उस समय कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गयी , परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी और लोकतंत्र की हत्या करने वाली कांग्रेस सरकार की यातनाओं के आगे घुटने नहीं टेके | 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने किस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या करके आपातकाल को लगाया था , इस निर्मम घटना को देश की जनता और भावी पीढ़ी को स्मरण करवाने हेतु आज के दिवस को भाजपा काला दिवस के रूप में मनाती है | 

इस मौके पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद जैन , जिला अध्यक्ष सतपाल वर्मा, राज किशोरे, कपिल शर्मा, जतिंद्र चोपड़ा, पुरुषोतम महाजन, व नारंग सहित पार्टी के सैंकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित हुए |